आई भाई आई, ये दिवाली
आई, भाई आई,
खुशियां संग है लाई,
एक दूजे से मिलकर,
प्रेम के गीत गाओ,
बांटकर मिठाई मिठास फैलाओ,
घर-घर में रौशनी का दीपक जलाया है,
ये सुंदर पर्व इस तरह खुशियां लाया है,
छोटे-बड़े, बच्चे- बूढ़े,
खूब धूम से मना रहे है,
कोई फोड़े पटाखे,
किसी के हाथ में है छरछरी,
बच्चे-बूढ़े सब मिलकर,
दीपों से संसार को जगमगा रहे है,
एक- दूजे से मिलकर प्यार अपार लुटा रहे है,
आई भाई आई, ये दिवाली,
खुशियां संग है लाई!!
दिवाली पर्व है भाई-चारे का
दिवाली पर्व है भाई-चारे का,
मिलकर इसको हम सब है मनाएंगे,
घर-घर में दीपक जलाकर,
जीवन सबका रोशन बनाएंगे,
आंगन में रंगो की रंगोली,
जीवन भी इसी तरह खुशहाल बनाएंगे,
मिलकर सब पटाखे-छरछरी फोड़ेंगे,
सब मिलकर खूब मिठाई खाएंगे,
दिवाली पर्व है भाई-चारे का,
घर-घर सबसे मिलने जायेंगे,
नए-नए कपड़े पहनकर,
घर को फूलों से सजायेंगे,
करके माँ लक्ष्मी-संग भगवन की पूजा,
सुख-वैभव को पाएंगे,
दिवाली पर्व है भाई-चारे का,
मिलकर इसको हम सब है मनाएंगे!!
जगमगा रहा है संसार- Diwali Poem In Hindi
रंग-बिरंग रंगो से आज सजी है रंगोली,
खुद को देख खुद ही मुस्कुरा रही है रंगोली,
इसके रंग में कई राज़ है छिपे,
जैसे जीवन में खुशियां लाई है रंगोली,
खुशियाँ का पर्व आया है,
अपनों को एक-दूजे के संग लाया है,
इस दिन राम अयोध्या को लौट आये थे,
जिनकी ख़ुशी में जग को दीपक से जगमगाया था,
घर-घर में रौशनी की लगी है कतार,
सबके जीवन में खुशियां,
जगमगा रहा है संसार!!
राम-संग सीता माँ भी अयोध्या को आई
जगमग दीपक के जैसे,
रहे उजाला सबके जीवन में,
ये तो रौशनी की रात आई,
अपने संग ढेरों खुशियां लाई है,
आसमा के जैसे, आज जमीन पर भी,
सितारों की बारात आई है,
मन में रखो सदा प्रेम की भावना,
तभी बरसेगी माँ लक्ष्मी की कृपा,
खत्म कर दो अपने जीवन के अंधकार को,
कोने-कोने में जगाओ दीप तुम रौशनी के,
इस दिन भगवान राम अयोध्या को आये है,
आंगन में रंगोली, फूलों की बौछार,
संग ढेरों खुशियों की सौगात लाये है,
देख ये नजारा आसमा भी खूब नाचा,
पेड़-पौधे सभी झूम उठे,
सब के मन में खुशहाली है छाई,
दिवाली के इस पर्व में,
राम-संग सीता माँ भी अयोध्या को आई!!
ऐसी ही और खूबसूरत तथा “Poem Of Beautiful Diwali Festival “ कविताएं पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें!! यहां आपको बहुत ही लोकप्रिय और बेहतरीन कविताएं पढ़ने को मिलेंगी।