काश, दुनिया भी सपने जैसे होती,
काश, दुनिया भी सपने जैसे होती,
सब रहते प्यार से,
मिलजुल करते बातें,
न होती कोई लड़ाई-झगड़ा,
एक सॉरी से सब पहले जैसे हो जाता रिश्ता,
एक मुस्कान से बिखेर देते खुशियां चारों और,
सबकी जुबा पर मिठास होती,
एक-दूजे के प्रति जलन ना होती,
काश, दुनिया भी सपने जैसे होती,
खुशियां होती चारो और,
हंस-मिलकर रहते भाई-चारे से,
अपने होते सारे, कोई पराया नहीं,
प्यार होता नफरत का नामो-निशान नहीं!!
सपने कुछ और हैं मेरे
अपने लिए जीना चाहता हूँ,
फिर भी ना जाने क्यों औरूं के लिए जी रहा हूँ,
सपने कुछ और हैं मेरे,
पर हकीकत किसी और की कर रहा हूँ,
उलझा हूँ खुद में ही,
मंजिल की तलाश में भटका जा रहा हूँ,
ना जाने क्या हो गया है मुझको,
क्यों मैं खुद को ही झूठी तसल्ली दे रहा हूँ,
किस से कहूं क्या है, मेरे ,सीने में दफन,
मन-ही मन घुट रहा हूँ,
लगता है थम से गए है ये पल,
इन्ही यादों के सहारे जी रहा हूँ!!
एक बार ऐतबार तो कर
अगर है इश्क़ तेरा सच्चा तो एक बार ऐतबार तो कर ,
झूठा ही सही प्यार का इज़हार तो कर,
आँखे बंद करके दिल में मेरा दीदार तो कर,
तू खुद में मुझको देख तो सही,
तुझे हुआ नहीं तो हो जाएगा,
बस तू थोड़ा इंतज़ार तो कर!!
तन्हाई
तन्हाई भी कितनी अच्छी है,
बिना बात के हसाती, रुलाती है,
बड़े-बड़े ख्वाब दिखलाती है,
अपनों की याद दिलाती है,
धुंधले राज खुलवाती है,
ये तन्हाई ही है जो,
खुद से खुद को मिलवाती है!!
आजकल ये मेरा दिल
बड़ा तन्हा सा रहता हैं आजकल ये मेरा दिल,
कहता है तक गया हूँ, यूँ रोते रोते,
तेरी खामोशियो को नजरअंदाज करता फिरता है,
सबकी ख्वाहिशों को पूरा करते करते,
अधूरा सा रह गया हूँ मैं,
चाहते है सब के मैं चलूँ उनके बताये रस्ते पर,
काश के कोई समझ पाए मुझे,
उदास रहूं तो परवाह हो उसे,
मेरा हाल बिन बताये वो समझे,
नादान दिल को प्यार करे,
खिलौना ना समझे!!